एनजीओ पंजीकरण, प्रबंधन, प्रोजेक्ट दस्तावेजीकरण और फंडिंग हेतु परामर्श सेवाएं

सलाहकार सेवाएँ

  • सभी तरह की एनजीओ कंसल्टेंसी (एनजीओ सलहाकार सेवाएँ)
  • राष्ट्रीय स्तर का एनजीओ पंजीकरण
  • राज्य स्तरीय एनजीओ पंजीकरण
  • एनजीओ रजिस्ट्रेशन (एनजीओ पंजीकरण)
  • ट्रस्ट के रूप में एनजीओ रजिस्ट्रेशन
  • सोसायटी के रूप में एनजीओ रजिस्ट्रेशन
  • धारा 8 गैर लाभ कंपनी पंजीकरण के रूप में एनजीओ रजिस्ट्रेशन
  • ट्रस्ट डीड - उद्देश्य और नियम-उपनियम
  • सोसायटी के मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन और आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन
  • मेमोरेंडम ऑफ एसोसिएशन/ आर्टिकल ऑफ एसोसिएशन प्रलेखन - गैर-लाभकारी कंपनी
  • एनजीओ के लिए योजना और नीति दस्तावेज
  • एनजीओ के काम को चलाने और प्रबंधित करने के लिए सभी प्रकार के प्रस्ताव
  • संस्थान की साधारण सभा के प्रस्ताव
  • संस्थान की प्रबंधकारिणी/कार्यकारिणी के संचालन हेतु प्रस्ताव
  • बैंक खाते के लिए प्रस्ताव
  • बैंक खाता खोलने के लिए मार्गदर्शन
  • प्रशासनिक कार्यालय के लिए प्रस्ताव
  • संशोधन के साथ सप्प्लिमेंटरी (पूरक) ट्रस्ट डीड
  • ट्रस्ट का नाम और पता बदलना
  • ट्रस्ट के सदस्यों और उद्देश्यों में परिवर्तन
  • सोसाइटी में संशोधन
  • सोसायटी के पते में संशोधन
  • राष्ट्रीय स्तर के रूप में सोसायटी में संशोधन
  • सोसायटी के सदस्य परिवर्तन और बाई-लॉज़
  • वार्षिक प्रतिवेदन (रिपोर्ट) दिशानिर्देश
  • वार्षिक रिपोर्ट तैयार करना
  • एनजीओ प्रोफाइल
  • प्रोफ़ाइल प्रस्तुति डिजाइनिंग
  • एनजीओ के लिए ऑडिट रिपोर्ट
  • एनजीओ के लिए लेखा कार्य
  • लेखा और लेखा परीक्षा रिपोर्ट तैयार करना
  • एनजीओ ऑडिटिंग कंसल्टेंसी
  • बैलेंस शीट
  • पैन कार्ड तैयार करवाना
  • एनजीओ के लिए आयकर रिटर्न
  • कर सलाहकार के माध्यम से आयकर रिटर्न प्रस्तुत करना
  • आयकर में छूट हेतु पंजीकरण
  • 12 एए पंजीकरण प्रक्रिया कार्य
  • 80 जी पंजीकरण प्रलेखन
  • 80 जी पंजीकरण प्रस्तुत करना
  • विदेशी अंशदान विनियमन (एफसीआरए) में एनजीओ का पंजीकरण
  • विदेशी अनुदान हेतु एफसीआरए पंजीकरण प्रलेखन परामर्श
  • विदेशी अनुदान के लिए एफसीआरए पूर्व अनुमति प्रक्रिया
  • एफसीआरए के लिए रिटर्न
  • एनजीओ के लिए जीएसटी पंजीकरण
  • जीएसटी रिटर्न सबमिशन
  • एनजीओ के लिए एमएसएमई पंजीकरण
  • गैर सरकारी संगठन परियोजना प्रस्ताव परामर्श
  • परियोजना प्रस्ताव तैयार करना
  • सरकारी अनुदान परियोजनाओं (प्रोजेक्ट स्कीम) के लिए परियोजनाएं
  • एनजीओ प्रोजेक्ट फॉर फंडिंग
  • एनजीओ फंडिंग कंसल्टेंसी
  • एनजीओ प्रोजेक्ट प्रपोजल
  • कॉन्सेप्ट नोट तैयार करना
  • इम्प्लीमेंटेशन रिपोर्ट
  • नीति सम्बन्धी दस्तावेज़
  • परियोजना हेतु रिपोर्ट
  • परियोजना कार्यान्वयन मार्गदर्शन
  • परियोजना निगरानी मार्गदर्शन
  • प्रोजेक्ट मूल्यांकन रिपोर्ट
  • केस स्टडीज
  • प्रोजेक्ट के प्रभाव का आकलन (इम्पैक्ट अस्सेस्मेंट)
  • संस्थान की उपलब्धी रिपोर्ट
  • भविष्य के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुति
  • अनुसंधान रिपोर्ट
  • एनजीओ प्रोफाइल तैयार करना
  • एनजीओ मैनेजमेंट कंसल्टेंसी
  • फील्ड सर्वेक्षण
  • एनजीओ हेतु वेबसाइट
  • डोमेन पंजीकरण
  • ट्रेडमार्क पंजीकरण
  • एनजीओ के लिए ट्रेडमार्क
  • ट्रेडमार्क के लिए लोगो
  • कॉपीराइट पंजीकरण
  • ब्रोशर, लीफलेट, बुकलेट (पुस्तिका) बनाना और डिजाइनिंग
  • फंडिंग के लिए इवेंट आयोजित करने हेतु मार्गदर्शन
  • संस्थान सञ्चालन और प्रबंधन के लिए मार्गदर्शन
  • स्टेशनरी डिजाइनिंग - लेटर हेड, विजिटिंग कार्ड
  • रसीद बुक
  • इवेंट मैनेजमेंट कंसल्टेंसी
  • एनजीओ की विश्वसनीयता बनाए रखने कार्ययोजना हेतु मार्गदर्शन
  • एनजीओ हेतु सभी प्रकार के दस्तावेजीकरण

परियोजना प्रस्ताव (प्रोजेक्ट प्रपोजल्स) में कुछ जरूरी ध्यान रखने योग्य है कि संस्था/संगठन के कार्य करने का तौर तरीका स्पष्ट हो, संस्था अब तक जो कार्य करती आई है उनके क्या अनुभव रहे है उनका प्रमाण, कार्यक्षेत्र में समुदायों के साथ सहभागिता के क्या अनुभव रहे यह स्पष्ट हो. संस्था के विवरण में कार्य संचालन, हिस्ट्री और फंडिंग, स्टाफ व सदस्यों का विवरण. अन्त में संस्था की कार्यक्षमता किस स्तर की है तथा स्टाफ व सदस्य किस तरह के कार्य करने का अनुभव रखते है इसका उल्लेख जरूरी है. ऐसी कौन सी समस्या है जिसको इस प्रोजेक्ट के सेंग्शन होने से कम किया जा सकता है, इसको स्पष्ट करना जरूरी है. किस कार्यनीति व रणनीति के तहत विभिन्न चरणों में (स्टेप बाय स्टेप) संस्था इस प्रोजेक्ट पर कार्य करेगी जिससे दानदाता आश्वस्त हो कि कार्य में सफलता के अवसर अनुमान ज्यादा है और उनका दान किया धन व्यर्थ न जाए. प्रोजेक्ट प्रपोजल में इसको स्पष्ट करना जरूरी है क्योंकि यह वह पोइंट है जो संस्था को फंडिंग एजेंसी से फंड दिलवाता है.
इसके लिए संस्था को उस क्षेत्र का पूरा ब्यौरा देना होता है जिस क्षेत्र में प्रोजेक्ट की गतिविधियां चलेगी साथ ही बताना होता है कि किस अवधि में संस्था उस क्षेत्र में कितना कार्य कर पाएगी तथा जो टारगेट समूह जिसे प्रोजेक्ट से लाभ पहुंचाना है उसे उसके जीवन में क्या बदलाव आएगा उसके परिवार व समाज का क्या कल्याण हो सकेगा. यह सब संस्था संचालकों को स्पष्ट होना चाहिए.
हमारे देश में केन्द्र व राज्य सरकारों ने अपने क्षेत्र में जनवासियों के विकास व कल्याण की विभिन्न मंत्रालयों व विभागों से ऐसी बहुत सी योजनाएं चला रखी है जिन्हें पूरा करने के लिए इन सरकारी योजनाओं में संस्थाओं की भी भागीदारी जरूरी है. संस्थाओं के सहयोग से ही ये जनकल्याणकारी योजनाएं पूरी होती है. अतः जरूरी है कि संस्था इसी के अनुसार अपने शुरूआती दिनों में कोशिश करे. शुरु में अगर संस्था को कम धनराशि की ही फंडिंग होती है तो आगे संस्था का कार्य अनुभव बढ़ने पर फंडिंग मिलती चली जाएगी. आगे चल कर बड़े प्रोजेक्ट के लिए भी देशी विदेशी फंडिंग एजेंसीज फंडिंग आसानी से दे देती है.
प्रोजेक्ट स्ट्रेटेजी में प्रोजेक्ट प्रपोजल्स, मूल्यांकन, मॉनिटरिंग, बजट बनाना, प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन और संवाद संपर्क की नीति कैसे बनाई जाए ये भी महत्वपूर्ण है.
चाणक्य कंसल्टेंसी संस्थाओं को इन सब में सहयोग करती है.

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