परियोजना प्रस्ताव (प्रोजेक्ट प्रपोजल्स) में कुछ जरूरी ध्यान रखने योग्य है कि संस्था/संगठन के कार्य करने का तौर तरीका स्पष्ट हो, संस्था अब तक जो कार्य करती आई है उनके क्या अनुभव रहे है उनका प्रमाण, कार्यक्षेत्र में समुदायों के साथ सहभागिता के क्या अनुभव रहे यह स्पष्ट हो. संस्था के विवरण में कार्य संचालन, हिस्ट्री और फंडिंग, स्टाफ व सदस्यों का विवरण. अन्त में संस्था की कार्यक्षमता किस स्तर की है तथा स्टाफ व सदस्य किस तरह के कार्य करने का अनुभव रखते है इसका उल्लेख जरूरी है. ऐसी कौन सी समस्या है जिसको इस प्रोजेक्ट के सेंग्शन होने से कम किया जा सकता है, इसको स्पष्ट करना जरूरी है. किस कार्यनीति व रणनीति के तहत विभिन्न चरणों में (स्टेप बाय स्टेप) संस्था इस प्रोजेक्ट पर कार्य करेगी जिससे दानदाता आश्वस्त हो कि कार्य में सफलता के अवसर अनुमान ज्यादा है और उनका दान किया धन व्यर्थ न जाए. प्रोजेक्ट प्रपोजल में इसको स्पष्ट करना जरूरी है क्योंकि यह वह पोइंट है जो संस्था को फंडिंग एजेंसी से फंड दिलवाता है.
इसके लिए संस्था को उस क्षेत्र का पूरा ब्यौरा देना होता है जिस क्षेत्र में प्रोजेक्ट की गतिविधियां चलेगी साथ ही बताना होता है कि किस अवधि में संस्था उस क्षेत्र में कितना कार्य कर पाएगी तथा जो टारगेट समूह जिसे प्रोजेक्ट से लाभ पहुंचाना है उसे उसके जीवन में क्या बदलाव आएगा उसके परिवार व समाज का क्या कल्याण हो सकेगा. यह सब संस्था संचालकों को स्पष्ट होना चाहिए.
हमारे देश में केन्द्र व राज्य सरकारों ने अपने क्षेत्र में जनवासियों के विकास व कल्याण की विभिन्न मंत्रालयों व विभागों से ऐसी बहुत सी योजनाएं चला रखी है जिन्हें पूरा करने के लिए इन सरकारी योजनाओं में संस्थाओं की भी भागीदारी जरूरी है. संस्थाओं के सहयोग से ही ये जनकल्याणकारी योजनाएं पूरी होती है. अतः जरूरी है कि संस्था इसी के अनुसार अपने शुरूआती दिनों में कोशिश करे. शुरु में अगर संस्था को कम धनराशि की ही फंडिंग होती है तो आगे संस्था का कार्य अनुभव बढ़ने पर फंडिंग मिलती चली जाएगी. आगे चल कर बड़े प्रोजेक्ट के लिए भी देशी विदेशी फंडिंग एजेंसीज फंडिंग आसानी से दे देती है.
प्रोजेक्ट स्ट्रेटेजी में प्रोजेक्ट प्रपोजल्स, मूल्यांकन, मॉनिटरिंग, बजट बनाना, प्रोजेक्ट का क्रियान्वयन और संवाद संपर्क की नीति कैसे बनाई जाए ये भी महत्वपूर्ण है.
चाणक्य कंसल्टेंसी संस्थाओं को इन सब में सहयोग करती है.